अब शिकायत करना बंद करते हैं
” अब शिकायत करना बंद करते हैं, और संघर्ष करना शुरू करते हैं “ कब तक आंसुओं से पन्ने भरेंगे ,कब तक दर्द की दास्तां कहेंगे ।अब वक्त है शिकवा छोड़ने का ,अब वक्त है खुद को मोड़ने का ।कब तक कहे – ‘ हम तो औरत हैं ‘ ,कब तक कहे – ‘ हमबेबस…