महादेव!
अक्सर लोगों के सामने तुझे कुछ न बताया है, फिर तुझे ही देखने के लिए न जाने कितनी रात आंखों को जगाया है, लोगों से अकसर में कह देती हूं कि तू मेरे लिए कुछ नहीं पर तेरे बिना मेरा कुछ नही तू जान है मेरी तू किनारा है , महादेव तू इस दिल का आखरी सहारा है। और लोगो से अकसर कह देती हूं कि तू मेरा कोई नही पर बाबा तेरे सिवा मेरा कोई नही तू इन आखों का सितारा है, बाबा तू मेरे लिए जान से भी प्यारा है । चुप रहती हूं फस कर कस्ती में भी, क्योंकि तू ही मेरा किनारा । इस टूटे दिल का तू सुकून भरा सहारा है। तू जान है मेरा तू सहारा है तेरे लिए मेरा जीवन का हर एक पल गवारा है मैं मर भी जाऊ तो तेरे पास आना चाहूंगी मैं हार भी जाओ तो सिर्फ तुझे हर ग़म बताना चाहूगी और अगर जीत गई तो तेरे गले लग सब कुछ गंवाना चाहूगी। महादेव मैं सिर्फ तुझे पाने के लिए न केवल ये संसार ही बल्कि पूरा ब्रह्मांड ठुकराना चाहूंगी लोगों से अकसर में कह देती हूं कि तू मेरे लिए कुछ नहीं कि तू मेरा कोई नही पर बाबा तेरे सिवा मेरा कोई नही तू इन आखों का सितारा है बाबा तू मेरे लिए जान से भी प्यारा है। चुप रहती हूं फस कर कस्ती में भी क्योंकि तू ही मेरा किनारा। इस टूटे दिल का तू सुकून भरा सहारा है। तू जान है मेरा तू सहारा है तेरे लिए मेरा जीवन का हर एक पल गवारा है मैं मर भी जाऊ तो तेरे पास आना चाहूंगी मैं हार भी जाओ तो सिर्फ तुझे हर ग़म बताना चाहूगी और अगर जीत गई तो तेरे गले लग सब कुछ गंवाना चाहूगी। महादेव मैं सिर्फ तुझे पाने के लिए न केवल ये संसार ही बल्कि पूरा ब्रह्मांड ठुकराना चाहूंगी