एकता Posted on August 13, 2024August 18, 2024 By Dr. Tarannum Shaikh No Comments on एकता आज़ाद हुआ वतन मेरा हर बेड़ी से हर बंदिश से आज़ाद हैं हम भारत वासी अब ज़ुल्म से और रंजिश से। हर रंग हर मज़हब हर ज़ात,सबसे पहले इंसान हैंहम नहीं किसीके वोट बैंक,हम अपने वतन की जान हैं। by Dr. Tarannum Shaikh Aazadi Amrit Mahotsav, Hindi Poetry, My Dream India