महादेव

महादेव! अक्सर लोगों के सामने तुझे कुछ न बताया है, फिर तुझे ही देखने के लिए न जाने कितनी रात आंखों को जगाया है, लोगों से अकसर में कह देती हूं कि तू मेरे लिए कुछ नहीं पर तेरे बिना मेरा कुछ नही तू जान है मेरी तू किनारा है , महादेव तू इस दिल…
महादेव! अक्सर लोगों के सामने तुझे कुछ न बताया है, फिर तुझे ही देखने के लिए न जाने कितनी रात आंखों को जगाया है, लोगों से अकसर में कह देती हूं कि तू मेरे लिए कुछ नहीं पर तेरे बिना मेरा कुछ नही तू जान है मेरी तू किनारा है , महादेव तू इस दिल…