ले चल by Naveeta Shokeen
ले चल मुझे मैं चलने को तैयार हूँ छू ले मुझे मैं जलने को तैयार हूँ बिन बारिश के तुझ पर बरसने को तैयार हूँ आँखों से तेरी छलकने को तैयार हूँ फलक से ज़मीन पर उतरने को तैयार हूँ माला के मोतियों सी बिखरने को तैयार हूँ तेरे झूठ में भी हामी भरने को…